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Motivational story in Hindi for Success | सफलता का फल (2023)

Updated: Jan 29, 2024

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Motivational story in Hindi for Success | सफलता का फल (2023)

सफलता का फल : सफलता का फल उन्ही को ही मिलता हैं जो सफलता पाने की चाहत रखता है। लेकिन जब लोगो को अपने सपनो को सच करने के लिए संघर्ष (struggle) करना पड़ता हैं तब कई लोग हार मान लेते है ऐसे वक्त में आपको हिम्मत और हौसला रखना चाहिए क्युकी हारते सभी लोग हैं लेकिन अगर आप कोशिश करते रहेंगे तो दुनिया आपकी तारीफ करेगी क्युकी सफलता भी उसी को मिलती है जो संघर्ष से नही डरते।





एक गांव में एक लड़का अपनी मां के साथ एक छोटे से घर में रहता था। वो लड़का एक बड़ा चित्रकार (artist) बनना चाहता था। जब वो अपने गुरु को चित्र बनाते हुए देखता तो वह मन ही मन बहुत खुश होता एक दिन उस लड़के ने अपने गुरु से सवाल पूछा की आप इतने अच्छे चित्र कैसे बना लेते हो मैं बार बार कोशिश करता हूं लेकिन इतने अच्छे से नही बना पाता अपने शिष्य की ये बात सुनकर गुरु मुस्कुराए और जवाब दिया


तुम्हारे सारे चित्र मैने देखे हैं वो सब बहुत अच्छे है लेकिन अगर तुम्हे वो पसंद नहीं है तो तुम इससे ज़्यादा अच्छा कर सकते बस तुम्हे प्रयास करते रहना है और हार नहीं माननी तुम बहुत ही अच्छे चित्रकार बन सकते हो गुरु ने अपने शिष्य को ये भी बताया की गांव में एक महीने के बाद चित्रकला की बहुत बड़ी प्रतियोगिता होने वाली है। तुम उस प्रतियोगिता में हिस्सा ज़रूर लेना।


लड़के ने खुश होकर जवाब दिया कि मैं आपको निराश नहीं करूंगा ये सारी बातें लड़के ने अपनी मां को बताई मां ये सब सुनकर खुश हो गई उसी दौरान स्कूल की छुट्टियां शुरू हो गई। उस लड़के ने ये फैसला ले लिया था की वो अपनी छुट्टियों में चित्रकला का अभ्यास ही करेगा।


उस दिन से ही लड़का किसी भी चीज़ को देखता और उस चिज़ का चित्र बनाना शुरू कर देता ऐसे ही लड़के ने सोचा की अब वो अपनी मां का चित्र बनाएगा उस लड़के ने अपनी मां को ध्यान से देखा और चित्र बनाना शुरू कर दिया।



लड़के को चित्र बनाते बनाते 15 दिन बीत गए लड़का खुश था क्युकी अब उसको अपने चित्र थोड़े थोड़े अच्छे लगने लगे थे लेकिन रात के वक्त जब लड़का पेंटिंग को पूरा कर रहा था तब घर की लाइट चली गई लड़के ने मोमबत्ती जलाकर अपने पास रखी

और ये सोचा कि अब तो मैने ये पूरा बना लिया हैं मैं अब ये अपनी मां को दिखाता हूं।



ये सोचकर लड़का अपने घर से बाहर निकल गया और जब वो अपनी मां को लेकर आया तब उसने देखा की मोमबत्ती उसके चित्र पर गिर गई है और उसका चित्र पूरा जल चुका हैं।


लड़का बहुत दुखी हुआ जो चित्र उसने बनाया थी उस चित्र को अभी तक किसी ने नहीं देखा था। लड़के की मां ने उसे समझाया कि तुम्हे फिर से कोशिश करनी चाहिए।



लेकिन लड़का अपने चित्र। को बार बार याद करता और दुखी होता ऐसे ही 10 दिन बीत गए। एक दिन मां ने लड़के को समझाया की अगर तुम्हे दुबारा कोशिश करनी चहिए तुम इतनी जल्दी हार नहीं मां सकते


मां की ये बात सुनकर लड़का घर से बाहर निकल गया जब लड़का बाहर गया तब उसने प्रकृति का एक प्यारा नज़ारा देखा लड़का खुश हो गया और अपनी चित्र बनाने का सारा सामान लेकर वो बाहर निकला और प्रकृति के उस सुंदर नज़ारे का चित्र बनाने लगा।


जब उसका चित्र पूरा होने ही वाला था तब बारिश हो गई लड़के का पूरा चित्र पानी से भीग गया लड़का फिर निराश होकर अपनी मां से बोला मैं अब चित्रकार नही बनूंगा मेरी किस्मत में चित्रकार बनना नही है मैं जब भी कोशिश करता हूं कुछ न कुछ हो ही जाता है जिससे कि मैं हार जाता हूं



मैं किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लूंगा। लड़के की मां ने लड़के की ये सारी बाते लड़के के गुरु को बताई ये सब सुनकर गुरु ने कहा आप फिक्र मत कीजिए मैं आपके बेटे को समझाऊंगा वो प्रतियोगिता में ज़रूर हिस्सा लेगा।


प्रतियोगिता का दिन आ गया लड़के के गुरु लड़के के पास आए और कहा क्या तुम इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहे हो लड़के ने जवाब दिया नही गुरूजी मैने चित्र बनाना छोड़ दिया है शिष्य की ये बात सुनकर



गुरु मुस्कुराए और कहा कि मेरा सबसे काबिल शिष्य इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है शायद तुम उससे मिले नही हो मेरे पास उसके बनाए हुए कुछ चित्र हैं लड़के ने जब उन सभी चित्र को देखा तो वो दंग रह गया क्युकी वो सारे चित्र उस लड़के के ही थे जो उसने शुरुवात में बनाए थे


लड़के ने अपने गुरु से ये सवाल पूछा की ये चित्र आपको कैसे मिले ये तो मैने फेक दिए थे गुरु ने जवाब दिया जब तुमने ये चित्र फेंके थे उस वक्त मैंने इन्हे उठाया था और जब तुमने मुझसे कहा की ये चित्र अच्छे नहीं है तभी मैं समझ गया था की तुम एक बहुत ही अच्छे चित्रकार बनोगे लड़के ने कहा मैं जब भी कोशिश करता हूं कुछ न कुछ गलत हो ही जाता है





अगर आज मैं इस प्रतियोगिता में हिस्सा लूंगा तो पता नहीं मैं जीतूंगा के नही लड़के की ये बात सुनकर गुरु मुस्कुराए और जवाब दिया प्रतियोगिता में अगर तुम हारे तो मुझे दुख नही होगा लेकिन अगर तुम बिना कोशिश करे हार मान लोगे तब मुझे ज़्यादा दुख होगा और तुमने मुझसे कहा था की तुम मुझे निराश नहीं होने दोगे।



ये कह कर गुरु वहा से चले गए प्रतियोगिता का वक्त हुआ लड़का भी अपनी मां के साथ प्रियोगिता में पहुंचा और अपनी जगह पर जाकर बैठ गया लड़के को देख गुरु खुश हुए



जब प्रतियोगिता शुरू हुई तब लड़के ने एक चित्र बनाना शुरू किया कुछ ही वक्त में प्रतियोगिता के सभी प्रतियोगियों ने अपना अपना चित्र पूरा कर लिया लेकिन लड़का अपना चित्र बनाता रहा समय समाप्ति की घोषणा सुन कर लड़के ने अपना हाथ रोक दिया और वहा से अपनी मां और गुरु के पास चला गया।


जब प्रतियोगिता के निर्णायक ने सबके चित्र देखे और लड़के के बनाए हुए चित्र को देखा तो वो हैरान हो गए और प्रतियोगिता के निर्णायक को हैरान देखकर गांव वालों ने चित्र को देखा तब वो भी दंग रह गए।



सबको ऐसा हैरान देखकर लड़के के गुरु और मां परेशान हो गए की पता नही क्या हुआ है जब लड़के के गुरु ने देखा की लड़के ने अपने चित्र में प्रकृति के नज़ारे के साथ साथ अपनी मां को भी अपने चित्र में इतनी अच्छी और बारीकी से बनाया है की हर कोई उस लड़के की मां को आसानी से पहचान सकता हैं



प्रतियोगिता के निर्णायक ने उस लड़के को विजेता घोषित किया गुरु ने लड़के से पूछा कि तुम तो यहां आना भी नहीं चाहते थे फिर ये सब तुमने कब सोचा



इस बार लड़के ने मुस्कुरा कर अपने गुरु से कहा कि जब आपके कहने पर मैंने चित्र बनाना शुरू तो कर दिया था लेकिन मुझे मेरा कोई भी चित्र पसंद नही आ रहा था लेकिन जब मैने अपनी मां का चित्र बनाया तब वो पहली बार था की मुझे वो चित्र इतना पसंद आया था और दूसरी बार तब जब मैने प्रकृति के नज़ारे का चित्र बनाया था मैं वो दोनो चित्र आपको दिखाना चाहता था लेकिन मेरी गलती की वजह से मैं ये नही कर पाया





इसलिए मुझे अपने आप पर गुस्सा आ रहा था और मुझे डर लग रहा था की अगर मैं हार गया तो आप निराश हो जाओगे। गुरु ने मुस्कुरा कर लड़के को गले लगाकर शाबाशी दी और कहा मुझे गर्व है की मैं एक चित्रकार का गुरु हूं।





सिख:

अगर आप किसी काम में बार बार असफल हो रहे हो तो इसका मतलब ये नहीं की आप उस काम के काबिल नही इसका बस यही मतलब है सफलता आपको और बेहतर बनाना चाहती हैं इसलिए हमेशा ये सोचिए कि आप अपने काम को बेहतर और बेहतर कैसे बना सकते है।



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