Motivational Story in Hindi Here you can read many types of Hindi quotes for motivation, motivational story, motivational motivational status, long and short stories in Hindi for success of students.
बचपन में हर किसी बच्चे को ये सिखाया जाता है की दूसरो अपने बड़ों से तमीज़ से बात करो और को हमसे छोटे हो उनको प्यार करो लेकिन कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो बड़े होकर भी ये बात समझ नही पाते या फिर बचपन में तो समझ जाते हैं लेकिन बड़े होकर भूल जाते है। उन सभी बच्चो के लिए है अगर आपको ये पोस्ट पसंद आए तो आप अपने इसे शेयर ज़रूर करे
Baade ki Kil : एक बार एक छोटे से शहर में एक लड़का रहता था जोकि काफी गुस्सा करता था। गुस्से की वजह से लड़का अपने माता पिता को जो भी मन में आता वो बिना सोचे समझे बोल देता। लड़के के पिता लड़के की इसी बात से काफी चिंतित रहते थे। एक दिन पिता लड़के के पास गए और कहा तुम इतना गुस्सा करते हो लड़के ने फिर पिता को बुरा भला बोलना शुरू कर दिया। लड़के के पिता मुस्कुराए क्युकी उन्हें अपने बेटे को सुधारने का हल मिल गया था।
Motivational story in Hindi for kids
अगले दिन लड़के के पिता लड़के को अपने साथ बाहर लाए और कहा : तुम्हे पता है एक खेल ऐसा है जिसमे कोई मुझे हरा नही सकता
लड़के ने कहा : ठीक है मैं आपको हरा सकता हूं कोई भी खेल हो।
लड़के के पिता ने कहा : सोचलो अगर मैं हार गया तो तुम जो बोलोगे वो में करूंगा लेकिन अगर तुम हारे तो तुम्हे वो सब करना पड़ेगा जो मैं कहूंगा।
लड़के ने कहा : ठीक है मंज़ूर है।
पिता लड़के को एक सुंदर सी दीवार के पास ले गए और
कहा : अब जब भी तुम्हे गुस्सा आएगा तुम्हे किसी से कुछ नही कहना है बस इस दीवार में एक कील ठोकनी है।
पिता लड़के को एक और दीवार के पास लेकर गए और
कहा : अब जब भी मुझे गुस्सा आएगा तो मैं इस दीवार में कील ठोकूंगा। देखते हैं किसकी दीवार में ज़्यादा कीले आखिर में मिलेंगी।
लड़के ने कहा : ठीक है।
अगले दिन लड़के को बहुत ज़्यादा गुस्सा आया इसलिए दीवार पर पहले ही दिन बीस कीले लड़के ने ठोक दी।
ऐसे ही चार दिन बीत गए लड़के की आधी दीवार कीलो से भर गई। लेकिन पांचवे दिन लड़के ने एक बात समझी की जितनी मेहनत वो गुस्सा करने में करता है उससे दुगनी मेहनत उसे कीले ठोकने में करनी पड़ती है। ऐसे ही धीरे धीरे उसने पहले दस फिर आठ फिर छे फिर चार फिर तीन फिर दो फिर एक। अब तक लड़के का गुस्सा करना पूरी तरह बंद हो चुका था।
फिर लड़का अपने पिता के पास गया और बोला : अब मुझे गुस्सा नही आता तो अब मैं कील कैसे ठोकू अब मैं ये खेल हार गया
लड़के के पिता ने जवाब दिया : नही अभी ये खेल खत्म नहीं हुआ है अब जिस भी दिन तुम्हे गुस्सा ना आए तब तुम दिन के आखिर में उस दीवार से एक कील निकाल देना।
लड़के ने कहा : ठीक है।
अगले दिन लड़के को बिलकुल भी गुस्सा नही आया लड़के ने जाकर उस दीवार पर से एक कील निकाल दी।
ऐसे ही हर एक दिन के आखिर में लड़का जाता और दीवार पर से एक कील निकाल देता।
कुछ वक्त ज़रूर लगा लेकिन एक दिन ऐसा भी आया की दीवार पर एक भी कील नहीं बची
लड़के ने ये सब अपने पिता को बताया : लड़के के पिता ने ये सब देखा और खुश होकर बोले की तुम ये खेल जीत गए हो मांगो तुम्हे क्या चाहीये लड़के ने अपना पसंदीदा खिलौना मांगा। लड़के के पिता ने उसे वो खिलौना लाकर दिया।
फिर लड़के के पिता लड़के को लेकर उस दीवार के पास गए जो उन्होंने अपने लिए चुनी थी और कहा था की जब मुझे गुस्सा आएगा तो मैं इस पर कील ठोकूंगा।
जब लड़के ने उस दीवार को देखा तो वो हैरान हो गया क्युकी वो दीवार पहले की तरह सुंदर थी
लड़के ने सवाल पूछा : आपने इस पर कील क्यों नहीं ठोकी
पिता ने जवाब दिया : क्युकी मुझे गुस्सा आता ही नहीं। लेकिन ये बताओ कि तुम्हारी दीवार में और मेरी दीवार में क्या फर्क है।
लड़के ने कहा : आपकी दीवार सुंदर है और मेरी दीवार में कई सारे छेद है। जिससे की वो गंदी दिख रही है
पिता ने कहा : यहां तुम्हे एक सीख मिलती हैं
अगर तुम किसी को बुरा कहोगे या हद से ज़्यादा कुछ गलत कहोगे तो उनके मन में भी ऐसे ही घाव हो जाएंगे जैसे की तुम्हारी दीवार में है। इसलिए सबका सम्मान करो अपने मन को भी साफ रखो और दूसरो के मन में अपने लिए इज़्ज़त बनाओ। मेरी सुंदर दीवार यही बताती है की मैं सब लोग मेरी इज़्ज़त करते हैं। और मैं भी सबकी इज़्ज़त करता हूं ।
अगर आपको motivational story in Hindi पसंद है तो आप हमारी वेबसाइट nazsite को subscribe ज़रूर करे
अगर आप किसी आर्टिकल hindi motivation से related कोई भी article हो story, quotes, shayari या फिर biography को हमारी वेबसाइट पब्लिश करना चाहते हैं तो हमारे email-id nazsite007@gmail.com पर send करे।
अगर हमे आपका आर्टिकल अच्छा लगा तो हम आपके नाम और फोटो के साथ आपके आर्टिकल को पब्लिश करेगें और फ्यूचर में भी आपके साथ काम करेंगे।